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अनेक वाक्यों के एक वाक्य
- देर से काम करने वाला – दीधसूत्रीय
- जिसका जन्म दो बार गए हो – दविज
- किसी भी पक्छ का समर्थन न करे वाला – तटस्थ
- जिसके बिना काम न चले – अपरिहार्य
- किसी वस्तु का भीतरी भाग – आभ्यंतर
- हाथी को हाकने वाला – अंकुश
- जो छाती के बल गमन करता है – उरग
- वह कन्या जिसके साथ विवाह का वचन दिया गया है – वाग्दत्ता
- ऐसी जीविका जिसका कुछ ढिकाना न हो – आकाश वृति
- मरणासन्न अवस्था – मुमुषु
- जो इंद्र पर विजय प्राप्त कर चुका हो – इंद्रजीत
- इंद्रियों को जीतने वाला – जितेंद्रिय
- जो कानून के विरुद्ध हो – अवैद्य
- जो दुसरो का भला करता हो – पराथी
- जिसका अनुभव इन्द्रियाँ से न हो सके – अगोचर
- जिसका दमन करना कडीन हो – दुदुमय
- धरती फोड़कर जनम लेने वाला – उद भिज
- जो पहले कभी सुना न गया हो – अशुतपूर्व
- जिस पर मुकदमा चल रहा हो – प्रतिवादी
- जो किसी ऐवज पर कार्य कर रहा हो – स्थानापना
- अवैध संतान – जारज
- पैर से होकर सर तक – अपरदमस्तक
- पसीने से उत्पन होने वाला – स्वेदज
- युगो से चला आने वाला – सनातन
- ऐसा कवि जो तत्त्काल रचना करता हो – आशुकवि
- वह भाई जो अन्य माता से उत्पन हुआ हो – आन्योतर
- वह भाई जो सवम के माता से उत्पन हुआ हो – सहोदर
- व्याकरण के ग्राता -वैयाकरण
- जो नभ में चलता हो – खेचर
- जो किये गए उपकार को मानता हो – क्रतज्ञ
- जिस पर हमला किया गया हो – आक्रांत
- प्राचीन आदर्श के अनुसार चलने वाला – गतानातिक
- जो एक स्थान पर टिक्कर नहीं रहता – यायावर
- जो अचे कुल में उत्पन हो – कुलीन
- जो बुलाया न गया हो – अनाहूत
- वह सांयकालीन बेला जब पशु वैन से चरकर लौटते है – गोधूलि
- बिना घर के – अनिकेत
- हमेशा रहनेवाला – शाश्वत
- जीवन की इच्छा – जिजिपिषा
- जिसका समबंद पृथ्वी से न हो – पार्थिंव
- जिसके पर कुछ न हो – अकिंचन
- किसी ग्रन्थ में अन्य व्यक्ति द्रारा जोधा गया भाग – चेपक
- जो पहले जन्मा हो – अग्रज
- आवश्यकता से अधिक बरसात – अतिवृष्टि
- आदेश जो निश्चित अवधि तक लागु हो – अधयादेश
- jiske पेट में राषि बांध दी गयी हो – दामोदर
- पीछे पीछे चलने वाला – अनगामी
- थोड़ा नपा तुला भोजन करने वाला – मिताहारी
- बहुत अधिक बोलने वाला – वाचाल
- जिस स्त्री का पति हो – सधवा
- जो मंद गति से कार्य करे – मंथर
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